नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित शराब घोटाले में दो घंटे की पूछताछ के बाद ये कार्रवाई की है। गौरतलब है कि, ईडी लगातार 9 समन भेजने के बाद 10वें समन के साथ गुरुवार शाम केजरीवाल के घर पहुंची थी। गिरफ्तारी से पहले PMLA की धारा 50 के तहत केजरीवाल का बयान दर्ज किया गया। इससे पहले दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने बयान दिया कि अगर सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी होती है तो जेल से सरकार चलाई जाएगी। सीएम अपना इस्तीफा नहीं देंगे।
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर प्रदर्शन कर रहे AAP कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
बता दें कि, गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट से केजरीवाल को गिरफ्तारी से राहत नहीं मिली थी, जिसके बाद से ही उनकी गिरफ़्तारी को लेकर लगातार कयास लगाए जा रहे थे। इससे पहले दिन में दिल्ली उच्च न्यायालय ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में दंडात्मक कार्रवाई से कोई संरक्षण देने से इनकार कर दिया था। न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैत और न्यायमूर्ति मनोज जैन की पीठ ने संरक्षण के अनुरोध संबंधी आम आदमी पार्टी (आप) नेता केजरीवाल के आवेदन को 22 अप्रैल को आगे के विचार के लिए सूचीबद्ध किया है। समन को चुनौती देने वाली उनकी मुख्य याचिका पर भी उसी दिन (22 अप्रैल) सुनवाई होगी।
सुप्रीम कोर्ट पहुंचे केजरीवाल
हालांकि, केजरीवाल भी हार मानने वालों में से नहीं हैं। उन्होंने अपनी गिरफ़्तारी पर रोक लगाने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा दिया है। अभिषेक मनु सिंघवी की टीम ने केजरीवाल की तरफ से मामले में याचिका दायर कर दी है। केजरीवाल की लीगल टीम ने अदालत से इस याचिका पर अर्जेन्ट हियरिंग की मांग की है। टीम लगातार शीर्ष अदालत के रजिस्ट्रार जनरल के संपर्क में बनी हुई है। इस मामले की जानकारी सीजेआई को देने की अपील रजिस्ट्रार जनरल के सामने की गई है।