नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने तीन अफ्रीकी देशों में 1,10,000 टन चावल निर्यात की मंजूरी दी है। ऐसा उन देशों की खाद्य सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने में मदद करने के किया गया है।
तंजानिया को 30,000 टन गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात की अनुमति दी गई है, जबकि जिबूती को 30,000 टन टूटे चावल और गिनी बिसाऊ को 50,000 टन टूटे चावल के निर्यात की मंजूरी दी गई है। यह जानकारी भारत के विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) न दी है।
भारत ने 20 जुलाई, 2023 से गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। घरेलू आपूर्ति सुनिश्चित करने और मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए यह कदम उठाया था। लेकिन अब मित्र देशों को उनकी खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुछ निर्यात की अनुमति दी जा रही है। बताया जा रहा है कि इस कदम से ग्लोबल साउथ तक भारत की पहुंच मजबूत होगी।
बता दें कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण अफ्रीकी देशों में अनाज की आपूर्ति बाधित हो गई है, जिससे इन देशों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। वे खाद्य आपूर्ति की कमी और अनियंत्रित मुद्रास्फीति की समस्याओं से जूझ रहे हैं। इन समस्याओं के चलते अफ्रीकी देशों ने अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत से समर्थन मांगा था।