नई दिल्ली। RBI द्वारा Paytm Payments Bank के ऊपर एक्शन लिए जाने के बाद आखिरकार संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने बतौर नॉन-एग्जिक्यूटिव चेयरमैन और बोर्ड मेंबर इस्तीफा दे दिया है। कंपनी रिजर्व बैंक की पाबंदियों के बाद अपने बोर्ड में फेरबदल कर रही है। है।
शर्मा ने कारोबार बंद करने की 15 मार्च की समय सीमा से पहले ही यह कदम उठाया है। अब सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन श्रीनिवासन श्रीधर बोर्ड के मेंबर होंगे। साथ ही रिटायर्ड IAS देबेंद्रनाथ सारंगी, बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर अशोक कुमार गर्ग और रिटायर्ड IAS रजनी सेखरी सिब्बल को भी पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बोर्ड में जगह मिलेगी। दरअसल, पेटीएम पेमेंट बैंक पर रिजर्व बैंक के एक्शन के बाद बोर्ड में कई बदलाव हुए हैं।
पेटीएम ने प्रेस रिलीज कर बताया कि फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने पेटीएम पेमेंट बैंक के पार्ट टाइम नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन के पद से हटने का फैसला किया है। उन्होंने PPBL के बोर्ड सदस्य की पोजिशन भी छोड़ दी है। पेटीएम ने कहा कि हम अपने कारोबार को आरबीआई के नियमों के तहत आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। इसमें नए बोर्ड सदस्यों का मार्गदर्शन अहम भूमिका महत्वपूर्ण होगी। पेटीएम पेमेंट्स बैंक के सीईओ सुरिंदर चावला ने कहा कि हम बोर्ड में बदलाव के साथ नियमों के अनुपालन के प्रति अपने समर्पण को मजबूत करना चाहते हैं।
15 मार्च तक अपना ऑपरेशन बंद करने का है RBI का आदेश
जानकारी के मुताबिक, पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ कार्रवाई गंभीर पर्यवेक्षी चिंताओं के बाद की गई। भारतीय रिज़र्व बैंक ने लगातार गैर-अनुपालन और निरंतर सामग्री पर्यवेक्षी चिंताओं के कारण बैंकिंग इकाई को 15 मार्च तक अपना ऑपरेशन बंद करने के लिए कहा है, जिससे पेटीएम के स्टॉक में मंदी आ गई है। बता दें, भारतीय रिजर्व बैंक ने नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यानी एनपीसीआई को यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी यूपीआई के लिए थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन प्रदाता बनने के लिए Paytm के अनुरोध की जांच करने की सलाह दी है।