बस्तर। कांकेर जिले के हूरतराई के जंगल में सर्चिंग ऑपरेशन के दौरान पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में 3 नक्सली मारे गए हैं जिनसे 2 हथियार बरामद किए गए हैं। घटना की पुष्टि कांकेर एसपी आई के एलेसेला ने की है।
एसपी ने बताया कि मुठभेड़ कोयलीबेड़ा के दक्षिणी इलाके में हूरतराई के जंगल में हुई है, जहां पुलिस और डीआरजी की टीम सर्चिंग अभियान पर निकली थी। यहां अलग-अलग इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाया गया है।
सुकमा में भी मारा गया था एक नक्सली
शनिवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के बुर्कालंका में भी पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें एक नक्सली मारा गया। जवानों ने मृत नक्सली के शव को बरामद कर लिया था। मारे गए नक्सली की शिनाख्त नहीं हुई है।
सूबे के 14 जिलों में नक्सलियों का प्रभाव
बता दें कि, छत्तीसगढ़ देश का दूसरा सबसे नक्सली प्रभावित राज्य है। गृह मंत्रालय के मुताबिक छत्तीसगढ़ के 14 जिले- बलरामपुर, बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, धमतरी, गरियाबंद, कांकेर, कोंडागांव, महासमुंद, नारायणपुर, राजनंदगांव, सुकमा, कबीरधाम और मुंगेली नक्सल प्रभावित हैं। आंकड़ों के मुताबिक राज्य में नई सरकार बनने के बाद से नक्सली हमलों में पिछले काफी दिनों से तेजी देखी गई है। सूबे में हर साल औसतन साढ़े 300 से ज्यादा नक्सली हमले होते हैं। इनमें हर साल औसतन 45 जवान शहीद हो जाते हैं।
एक साल में 300 से ज्यादा नक्सली हमले
पिछले साल मार्च में लोकसभा में एक सवाल के जवाब में गृह मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ में नक्सली हमलों के आंकड़े पेश किए थे। इसके मुताबिक, 2022 में राज्य के अंदर 305 नक्सली हमले हुए थे।
इससे पहले सरकार ने संसद में बताया था कि पिछले साल फरवरी 2023 तक (सिर्फ दो महीने में) छत्तीसगढ़ में नक्सली हमलों में 7 जवान शहीद हो चुके थे।