रायपुर : 6 माह से वेतन नहीं मिलने के कारण प्रदेश के कोटवार कर्मचारी भवन बुढ़ापारा में प्रदर्शन करेंगे। उक्त जानकारी कोटवार संघ के प्रांतीय अध्यक्ष प्रेम किशोर बाघ एवं संरक्षक अनिल श्रीवास्तव ने देते हुए बताया कि प्रदेश के 16000 कोटवार 6 माह से वेतन नहीं मिलने के कारण 22 फरवरी को कर्मचारी भवन बुढ़ापारा में प्रदर्शन करेंगे । वैसे भी कोटवारों को 3000 से 6000 रुपये मानदेय दिया जाता है।
कोटवार संघ का प्रतिनिधिमंडल गत दिवस ने राजस्व मंत्री एवं वित्तमंत्री को ज्ञापन सौंपा था। जिस पर फरवरी के प्रथम सप्ताह में मानदेय दिलाने का आश्वासन दिया गया था ,लेकिन उस पर अमल नहीं किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राजस्व विभाग में सेवा दे रहे हैं लेकिन उनकी प्रमुख मांगें नहीं मानी जा रही है।
प्रेम किशोर बाघ एवं अनिल श्रीवास्तव ने बताया कि दो सूत्रीय मांग को लेकर राज्य सरकार को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा सरकार को चुनाव पूर्व किए वादे को पूरा करना चाहिए। उन्होंने बताया कि कांग्रेस की सरकार में भी 23 फरवरी 2018 को कोटवारों की प्रांतीय सम्मेलन में यह आश्वासन दिया गया था कि पूर्व भूमि स्वामी का हक कोटवारों को पहले की तरह ही दिया जाएगा। लेकिन अभी भी लंबित है।
नेताओं ने बताया कि छत्तीसगढ़ की निकटवर्ती राज्य महाराष्ट्र,ओड़िशा एवं झारखंड में कोटवारों को शासकीय कर्मचारी का दर्जा प्राप्त है , इसे देखते हुए छत्तीसगढ़ के लगभग 16 हजार कोटवारों ने प्रदेश सरकार को दो बिंदुओं पर लेकर पत्र लिखा है। इसमें कोटवारों को कर्मचारी का दर्जा देकर सरकार राजस्व विभाग में संविलियन करने की मांग की है।