कोलकाता। नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को लेकर पश्चिम बंगाल से बीजेपी के लोकसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर ने यू-टर्न ले लिया है। शांतनु ठाकुर ने कोलकाता में पत्रकारों से बात करते हुए दावा किया था कि CAA जल्द ही लागू किया जाएगा। लेकिन अब वे कह रहे है कि, उनकी जुबान फिसल यी थी। उन्होंने कहा,‘दरअसल, मैं यह कहना चाहता था कि CAA के लिए नियमों के निर्धारण को अंतिम रूप दिया जाएगा। लागू किए जाने की बात जुबान की फिसलन थी।’
शांतनु के बयान पर ममता बनर्जी का हमला
बता दें कि, शांतनु ठाकुर द्वारा 29 जनवरी को CAA लागू करने का दावा किए जाने के तुरंत बाद ममता बनर्जी ने उनके खिलाफ तीखा बोला किया था और दावा किया था कि बीजेपी हमेशा किसी भी चुनाव से पहले धार्मिक भावनाएं भड़काने के लिए CAA का मुद्दा उठा देती है। ममता बनर्जी ने कहा था, ‘यह चुनाव से पहले धार्मिक भावनाओं को भड़काने का एक जानबूझकर किया गया राजनीतिक प्रयास है। जब हर कोई नागरिक है तो CAA मुद्दे को इतना तूल देने का क्या मतलब है?’ वहीं केंद्रीय मंत्री ने इसके साथ ही दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस या मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पास नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) लागू करने से रोकने का कोई अधिकार नहीं है। शांतनु ठाकुर के मुताबिक, जो लोग आंदोलन और प्रदर्शन के जरिये सीएए का विरोध कर रहे हैं, वे महज राजनीतिक कारणों से ऐसा कर रहे हैं। ठाकुर ने कहा, ‘पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के पास CAA के कार्यान्वयन के बारे में कोई अधिकार नहीं है। राज्य सरकार भी देश का हिस्सा है। बाहरी मामलों के मुद्दों पर राज्य सरकार की आपत्तियां वास्तव में मायने नहीं रखती हैं।’ बीजेपी सांसद के मुताबिक, चूंकि CAA एक लोकप्रिय मांग है और बीजेपी पहले ही इसे लागू करने का वादा कर चुकी है, इसलिए इसे किसी भी कीमत पर पूरा किया जाएगा।