पटना। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को जहां वित्त विभाग, तो डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा को पथ निर्माण और कृषि विभाग का दायित्व दिया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महत्वपूर्ण गृह विभाग अपने पास ही रखा है. इसे भी पढ़ें : मालदीव से भारत अपने सैनिकों को वापस बुलाने को तैयार, 10 मार्च तक लौटेगी पहली टुकड़ी…
बिहार की राजनीति में एक बार फिर भूचाल लाते हुए नीतीश कुमार महागठबंधन छोड़कर एनडीए के समर्थन से 28 जनवरी को 9वीं बार मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी. नई सरकार में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और नीतीश कुमार के विरोधी विजय कुमार सिन्हा को डिप्टी सीएम बनाया गया है. विधानसभा में बहुमत साबित करने से पहले अब सीएम नीतीश कुमार ने दोनों डिप्टी सीएम के बीच विभागों को बंटवारा भी कर दिया है.
सीएम और डिप्टी सीएम के अलावा अन्य मंत्रियों को भी विभाग बांट दिए गए हैं. श्रवण कुमार को ग्रामीण विकास विभाग का मंत्री बनाया गया है, जबकि सुमित सिंह को विज्ञान प्रावैधिकी विभाग की जिम्मेदारी मिली है. वहीं संतोष सुमन को एससी-एसटी कल्याण विभाग का मंत्री बनाया गया है.
मांझी ने बढ़ाई समस्या-
बिहार में मंत्रियों को विभागों के बंटवारे के बीच सहयोगी दल हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने प्रेशर पॉलीटिक्स शुरू कर दिया है. मांझी ने कहा कि महागठबंधन ने सीएम पद के ऑफर के बावजूद उन्होंने एनडीए में रहने का ही फैसला किया. अब अगर उनकी पार्टी को एक और मंत्री पद नहीं मिलता तो ये अन्याय होगा. बता दें कि सरकार गठन के बाद ही मांझी के बेटे संतोष मांझी ने मंत्री पद की शपथ ली थी.