नई दिल्ली: देश के थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने बुधवार को भुज वायुसेना स्टेशन का दौरा किया। इस दौरान उन्हें क्षेत्र में भारतीय थलसेना और भारतीय वायुसेना के बीच ऑपरेशनल तैयारी तथा आपसी सहयोग और तालमेल की जानकारी दी गई।
दरअसल, थलसेना और वायुसेना के बीच बेहतर संयुक्तता और समन्वय सीमावर्ती इलाकों की सुरक्षा और राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है। सेनाध्यक्ष ने यहां तैनात सैन्य कर्मियों को उनके कार्य के लिए धन्यवाद देते हुए राष्ट्र सेवा के प्रति उनके अटूट संकल्प और जज्बे की सराहना की।

इस दौरे के दौरान जनरल द्विवेदी ने वायुसेना के अधिकारियों से भेंट की और उनके पेशेवराना अंदाज, समर्पण तथा साझा संचालन भावना की सराहना की। उन्होंने राष्ट्र की सुरक्षा और राष्ट्र निर्माण में निस्वार्थ सेवा के लिए वायुसेना कर्मियों के योगदान को अनुकरणीय बताया।
गौरतलब है कि विभिन्न सैन्य ऑपरेशन के दौरान भुज एयरबेस की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुजरात स्थित भारतीय वायुसेना के भुज एयरबेस का दौरा किया था। यहां उन्होंने भारतीय वायुसेना कर्मियों संग बातचीत की थी।

वायुसेना के इन योद्धाओं ने पाकिस्तानी सेना के सभी हमलों को नाकाम कर दिया था। भुज यात्रा के दौरान वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह भी उनके साथ थे। भुज एयरबेस पर पाकिस्तानी सेना ने बड़ी संख्या में ड्रोन से हमला किया था, जिसे भारतीय सेना ने पूरी तरह से नाकाम कर दिया था।
कुछ दिन पहले ही भारतीय थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने अरुणाचल प्रदेश पहुंचकर वहां सैन्य तैयारियों का जायजा लिया था। थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी अरुणाचल प्रदेश के एक सैन्य स्टेशन के दौरे पर आए थे। अरुणाचल प्रदेश भी एक सीमावर्ती राज्य है। यहां वास्तविक नियंत्रण रेखा के उस पार चीनी सैनिकों की तैनाती है। ऐसे में यह क्षेत्र सैन्य तैयारियों के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है।
थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने अरुणाचल प्रदेश स्थित लिकाबाली सैन्य स्टेशन का दौरा किया। उन्होंने यहां सेना की युद्धक तैयारियों का जायजा लिया था। अरुणाचल प्रदेश स्थित लिकाबाली भारतीय सेना का एक महत्वपूर्ण सैन्य अड्डा है।
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