हमीरपुर। मनरेगा मजदूरों के लाभ जारी न किए जाने पर सीटू के बैनर तले सैकैड़ों मजदूरों ने हिमाचल प्रदेश भवन एवं सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड के राज्य कार्यालय का घेराव किया। हमीरपुर तहसील परिसर से लेकर श्रम कल्याण बोर्ड के राज्य कार्यालय तक रैली निकाली गई। इस दौरान मजदूरों के लाभ जारी करने की मांग की गई। सीटू के नेताओं ने चेताया कि यदि बोर्ड ने अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं किया तो दिसंबर में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। 10 हजार कामगारों को शादियों, छात्रवृति व मातृत्व योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। इनके आवेदन के बावजूद इन्हें रुपए जारी नहीं किए गए। वहीं बोर्ड की तरफ से की जा रही मजदूरों की ई-केवासी की धीमी रफ्तार पर भी आपत्ति जाहिर की गई। सीटू के राज्य अध्यक्ष जोगिंद्र कुमार ने बताया कि मनरेगा मजदूरों के लाभ जारी नहीं किए जा रहे हैं। बोर्ड द्वारा नए नए नियम बनाए जा रहे हैं जिस कारण मजदूरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी के चलते राज्य बोर्ड कार्यालय को घेराव किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बोर्ड में जमा पैसा मजदूरों के लाभ जारी करने की बजाए गैर जरूरी और प्रचार प्रसार पर खर्च किया जा रहा है जिसका यूनियन विरोध करती है। उन्होंने कहा कि तीन सालों से 500 करोड़ की लाभ राशि अटकी हुई है। एक लाख 12 हजार से अधिक मजदूर लाभ का इंतजार कर रहे हैं। 10 हजार मनरेगा मजदूरों को शादी, छात्रवृति व मातृत्व योजना का लाभ जारी नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में ई केवाईसी की जा रही है। हिमाचल में चार लाख 76 कामगार है, लेकिन अभी तक सिर्फ 61 हजार की ही ई-केवाईसी हो पाई है। इस प्रक्रिया को वर्ष 2024 में शुरू किया गया था, लेकिन यह धीमी गति से चलाई जा रही है। इस वजह से कामगारों को मिलने वाले लाभ लटके हुए हैं। वर्ष 2020-21 में आवेदन करने वाले मजदूरों को लाभ जारी किए जाने चाहिए थे वह भी जारी नहीं किए जा रहे हैं। प्रदर्शन में सीटू के राष्ट्रीय सचिव कशमीर सिंह ठाकुर, सीटू के राज्य महासचिव प्रेम गौत्तम, राज्य अध्यक्ष विजेंद्र मेहरा, राज्य महासचिव अमित, करतार चंद चौहान, सुषमा आदि ने संबोधित किया।

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